ट्रंप ने सुप्रीम कोर्ट से फेड गवर्नर लिसा कुक को हटाने का आदेश मांगा
September 19, 2025 | by kaushikkurkan

लिसा कुक कौन हैं? राष्ट्रपति जो बाइडेन द्वारा नियुक्त, लिसा कुक मई 2022 से अमेरिकी फेडरल रिज़र्व बोर्ड ऑफ गवर्नर्स की सदस्य हैं।
- विवाद क्या है? 25 अगस्त 2025 को राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कुक को पद से हटाने की कोशिश की। आरोप है कि उन्होंने मिशिगन और जॉर्जिया में अपने घरों को लेकर बंधक (Mortgage) धोखाधड़ी की और उन्हें “प्राइमरी रेसिडेंस” बताकर सस्ते लोन लाभ उठाए।
- कुक ने आरोपों से इनकार किया है। उन्होंने कहा कि एक घर को “Vacation Home” और दूसरे को “2nd Home” घोषित किया गया था, जिसका स्पष्ट रिकॉर्ड भी है।
कानूनी सुरक्षा और अदालतों का फैसला
- “For Cause” प्रावधान: फेडरल रिज़र्व एक्ट के अनुसार, गवर्नर को केवल “कारणवश” हटाया जा सकता है — यानी पद पर रहते हुए गड़बड़ी होने पर। पहले की निजी गतिविधियों पर नहीं।
- निचली अदालत का फैसला: 9 सितंबर 2025 को अमेरिकी डिस्ट्रिक्ट जज जिया एम. कॉब ने कुक को हटाने पर अस्थायी रोक लगाई और कहा कि आरोप पद संभालने से पहले के हैं, इसलिए “For Cause” के दायरे में नहीं आते।
- अपील कोर्ट का निर्णय: डी.सी. सर्किट अपील कोर्ट ने भी ट्रंप प्रशासन की आपात याचिका खारिज कर दी और कहा कि कुक को बिना उचित प्रक्रिया के हटाना कानून का उल्लंघन होगा।
अब ट्रंप की मांग क्या है
- ट्रंप प्रशासन ने अब अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट में आपात आदेश की अर्जी लगाई है ताकि कुक को तुरंत पद से हटाया जा सके।
- यह अर्जी पहले मुख्य न्यायाधीश जॉन रॉबर्ट्स को भेजी गई है। प्रशासन का कहना है कि भले ही आरोप पद संभालने से पहले के हों, लेकिन वे कुक की “ईमानदारी” पर सवाल उठाते हैं।
महत्व और संवैधानिक सवाल
- फेडरल रिज़र्व की स्वतंत्रता: फेड लंबे समय से राजनीतिक दबाव से मुक्त होकर आर्थिक नीतियाँ तय करता है। यदि राष्ट्रपति किसी गवर्नर को बिना ठोस कारण हटाते हैं, तो यह स्वतंत्रता प्रभावित हो सकती है।
- ऐतिहासिक मिसाल: 110 साल के फेड इतिहास में कभी किसी राष्ट्रपति ने बैठी हुई गवर्नर को नहीं हटाया है।
- “For Cause” की व्याख्या: क्या नियुक्ति से पहले का आचरण “कारण” माना जा सकता है, यह एक बड़ा कानूनी प्रश्न है।
- उचित प्रक्रिया: अदालतें मानती हैं कि हटाने के लिए नोटिस, जवाब देने का मौका और साफ कारण होना ज़रूरी है।
- संभावित असर: अगर सुप्रीम कोर्ट ट्रंप के पक्ष में जाता है, तो भविष्य में राष्ट्रपति अन्य स्वतंत्र संस्थाओं के अधिकारियों को भी आसानी से हटा सकते हैं।
लिसा कुक और उनके समर्थकों का पक्ष
- कुक का कहना है कि उन्होंने कभी गलत जानकारी नहीं दी। रिकॉर्ड में भी उनके घर “Vacation Home” और “2nd Home” दर्ज हैं।
- उन्होंने इस्तीफा देने से इनकार कर दिया है और “Cook v. Trump” नाम से कानूनी चुनौती दायर की है।
- कई अर्थशास्त्रियों और नोबेल विजेताओं ने खुला पत्र लिखकर फेड की स्वतंत्रता का समर्थन किया और चेताया कि इस तरह का कदम जनता का भरोसा कमजोर करेगा।
आगे क्या होगा
- सुप्रीम कोर्ट तय करेगा कि ट्रंप प्रशासन को अस्थायी राहत मिलेगी या नहीं।
- यदि कोर्ट इस मामले की सुनवाई करता है, तो यह स्पष्ट करना होगा कि “For Cause” का मतलब क्या है और क्या पुराने निजी विवाद इसके अंतर्गत आते हैं।
- नतीजा सिर्फ लिसा कुक के लिए नहीं, बल्कि भविष्य में स्वतंत्र संस्थाओं और राष्ट्रपति की शक्ति के संतुलन के लिए भी ऐतिहासिक महत्व रखेगा।
निष्कर्ष
लिसा कुक को लेकर राष्ट्रपति ट्रंप की सुप्रीम कोर्ट से की गई अपील अमेरिकी फेडरल रिज़र्व की स्वतंत्रता और राष्ट्रपति की शक्तियों को लेकर बड़ा संवैधानिक विवाद खड़ा करती है। यह मामला न केवल आर्थिक नीतियों बल्कि अमेरिकी लोकतांत्रिक ढांचे के भविष्य पर भी गहरा असर डाल सकता हैl