पंजाब में बाढ़ का कहर: 1988 के बाद सबसे भीषण आपदा, 23 जिले प्रभावित, 30 की मौत
September 3, 2025 | by kaushikkurkan

चंडीगढ़:
पंजाब इस समय 1988 के बाद की सबसे भीषण बाढ़ की मार झेल रहा है। राज्य के सभी 23 जिले बाढ़ से प्रभावित हैं और अब तक 30 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है। भारी बारिश ने हालात और भी गंभीर कर दिए हैं। प्रशासन और सेना राहत एवं बचाव कार्य में युद्ध स्तर पर जुटी हुई है, जबकि अब तक 3.5 लाख से ज्यादा लोग प्रभावित हो चुके हैं और उन्हें तुरंत सहायता की जरूरत है।
बचाव और राहत कार्य जारी
नेशनल डिजास्टर रिस्पॉन्स फोर्स (NDRF), सेना, बीएसएफ, पंजाब पुलिस और जिला प्रशासन संयुक्त रूप से बाढ़ पीड़ितों को सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाने और राहत सामग्री बांटने में लगे हुए हैं। प्रभावित इलाकों में राहत कैंप बनाए गए हैं और लोगों को सुरक्षित आश्रयों में भेजा जा रहा है।
रूपनगर और पटियाला में अलर्ट
पंजाब बाढ़ 2025 भारी बारिश के चलते रूपनगर और पटियाला जिलों में प्रशासन ने हाई अलर्ट घोषित किया है। दोनों जिलों में सभी स्कूल, कॉलेज और विश्वविद्यालय 7 सितंबर तक बंद कर दिए गए हैं। निचले इलाकों में रह रहे लोगों से अपील की गई है कि वे तुरंत सुरक्षित स्थानों या राहत शिविरों में चले जाएं।
नदियों का उफान और बांध का खतरा
हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर में लगातार हो रही बारिश ने पंजाब की नदियों को उफान पर ला दिया है।
- सतलुज, ब्यास और रावी नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं।
- भाखड़ा बांध का जलस्तर सुबह 6 बजे 1,677.84 फीट दर्ज किया गया, जबकि इसकी अधिकतम क्षमता 1,680 फीट है।
- बांध में पानी का इनफ्लो 86,822 क्यूसेक, और आउटफ्लो 65,042 क्यूसेक था।
- अधिकारियों ने बताया कि बांध से पानी का डिस्चार्ज 65,000 क्यूसेक से बढ़ाकर 75,000 क्यूसेक किया जा रहा है, जिससे नंगल के आसपास के गांवों के डूबने का खतरा है।
नेताओं का दौरा और मदद का आश्वासन
- आप के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल गुरुवार को पंजाब के बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा करेंगे। वे मुख्यमंत्री भगवंत मान के साथ राहत कार्यों का जायजा लेंगे और पीड़ितों से मिलेंगे।
- मनीष सिसोदिया ने तरनतारन जिले के प्रभावित इलाकों का दौरा किया।
- आप सांसद राघव चड्ढा ने अपने सांसद निधि से 3.25 करोड़ रुपये राहत कार्यों के लिए देने की घोषणा की है।
- पंजाब के कैबिनेट मंत्री हरजोत बैंस ने श्री आनंदपुर साहिब के लोगों से नदी किनारे और निचले इलाकों से हटकर सुरक्षित स्थानों पर जाने की अपील की है।
अन्य जिलों की स्थिति
- पटियाला जिला प्रशासन ने घग्गर नदी के किनारे बसे गांवों को अलर्ट जारी किया है।
- अंबाला जिले में तंगड़ी नदी का जलस्तर खतरे के करीब पहुंच गया है और इसके चलते पटियाला और आसपास के क्षेत्रों में स्थिति बिगड़ सकती है।
- मोहाली जिले में भी बाढ़ का असर दिखाई दिया, जहां नयागांव की खुड्डा लाहौरा-नाडा रोड पानी में बहकर क्षतिग्रस्त हो गई। इसकी मरम्मत के लिए प्रशासन ने तुरंत कार्य शुरू कर दिया है।
लोगों से अपील
प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि पंजाब सरकार हर प्रभावित व्यक्ति के साथ खड़ी है। लोगों से आग्रह किया गया है कि वे अफवाहों से बचें और प्रशासन द्वारा दिए जा रहे निर्देशों का पालन करें।
👉 इस बाढ़ ने पंजाब में जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। खेत-खलिहान पानी में डूब चुके हैं, घरों में पानी भर गया है और सड़कें जगह-जगह कट चुकी हैं। पूरे राज्य में हालात बेहद गंभीर बने हुए हैं और सभी की निगाहें मौसम पर टिकी हैं कि कब बारिश थमे और हालात सुधरें।
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